About
Baba Ji Herbal
Established in 2013 in Sirohi, Rajasthan, India
With the name of Babaji Vedic BiloneKa Ghee, we got a different belief among the people. As per the demand of the people and apart from cow based products, we thought of making Ayurvedic herbal products, then as per the legal procedure,it was required to change our name in May 10.2024
we are registered with the new name Baba Ji Herbal old name of Baba Ji Herbal, a leading enterprise deeply rooted in the ancient science of Ayurveda. Established in 2013 in the city of Sirohi in the lap of AbudaChal Mountains in the state of Rajasthan, India, our company embodies the essence of purity and authenticity.
At Baba Ji Herbal, we strongly believe in the holistic approach of Ayurveda, and it is our mission to contemporize this age-old tradition, making it relevant and accessible to a new generation.
our vision:
We are committed to promoting well-being and vitality in every home we touch.
At Baba Ji Herbal, our vision extends far beyond becoming just another Ayurvedic company. We aspire to be the cornerstone of health and wellness in every home we touch. We envision a world where the time-tested knowledge of Ayurveda is integrated into modern lifestyle, ensuring the health and vitality of individuals and communities alike.our mission:
Reviving ancient knowledge for today's lifestyle, making Ayurveda accessible and meaningful to the modern generation.
Our mission is simple yet profound – we strive to contemporary Ayurveda, preserving its essence while adapting it to the needs and priorities of the modern age.
We are committed to highlighting the traditional knowledge of Ayurveda in a way that resonates with the younger generation, making it not just a treatment method, but a way of life. Baba Ji, instead of curing the disease herbally, keeps in mind how the disease has arisen and where is its root cause.How to correct that root cause so that the disease never occurs again in the future? And the patient can be free from the disease forever. Our aim is to spread India's centuries old Dhanvantari Rishi tradition all over the world and spread it to the people through the path of Ayurveda, Naturopathy, Cow based therapy, Agnihotra therapy across the world and not only in human beings but in the entire nature. Our aim is to eradicate all the spreading diseases.
बाबा जी हर्बल
हमारे बारे में 2013 में सिरोही, राजस्थान, भारत में स्थापित
बाबाजी वैदिक बिलोने का घी के नाम से हमारा लोगों में एक अलग विश्वास प्रकट हुआ समय अनुसार लोगों की मांग और गौ आधारित प्रोडक्ट के अलावा हमने आयुर्वेदिक हर्बल प्रोडक्ट बनाने के बारे में सोचा तो कानूनी प्रक्रिया अनुसार हमें अपने नाम को परिवर्तन करने की आवश्यकता पड़ी जब हमने मई 10.2024 को बाबा जी हर्बल नाम से हमारा रजिस्ट्रेशन करवाया पुराने नाम को नऐ नाम में बदला आपका बाबा जी हर्बल में स्वागत है, जो आयुर्वेद के प्राचीन विज्ञान में गहराई से निहित एक अग्रणी उद्यम है। 2013 में भारत के राजस्थान राज्य के अबुदा चल पर्वत की गोद में सिरोही शहर मे स्थापित, हमारी कंपनी शुद्धता और प्रामाणिकता का सार प्रस्तुत करती है। बाबा जी हर्बल में, हम आयुर्वेद के समग्र दृष्टिकोण में दृढ़ता से विश्वास करते हैं, और इस सदियों पुरानी परंपरा को समसामयिक बनाना, इसे नई पीढ़ी के लिए प्रासंगिक और सुलभ बनाना हमारा मिशन है।
हमारा नज़रिया:
हम जिस भी घर को छूते हैं उसमें खुशहाली और जीवन शक्ति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बाबा जी हर्बल में, हमारी दृष्टि सिर्फ एक अन्य आयुर्वेदिक कंपनी बनने से कहीं आगे तक फैली हुई है। हम जिस भी घर को छूते हैं उसमें स्वास्थ्य और कल्याण की आधारशिला बनने की आकांक्षा रखते हैं। हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां आयुर्वेद का समय-परीक्षणित ज्ञान आधुनिक जीवनशैली में एकीकृत हो, जिससे व्यक्तियों और समुदायों के स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को समान रूप से सुनिश्चित किया जा सके।
हमारा विशेष कार्य:
आज की जीवनशैली के लिए प्राचीन ज्ञान को पुनर्जीवित करना, आयुर्वेद को आधुनिक पीढ़ी के लिए सुलभ और सार्थक बनाना।
हमारा मिशन सरल लेकिन गहरा है - हम आयुर्वेद को समसामयिक बनाने का प्रयास करते हैं, आधुनिक युग की जरूरतों और प्राथमिकताओं के अनुरूप इसे अपनाते हुए इसके सार को संरक्षित करते हैं। हम आयुर्वेद के पारंपरिक ज्ञान को इस तरह से उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो युवा पीढ़ी के साथ मेल खाता हो, जिससे यह न केवल एक उपचार पद्धति बन जाए, बल्कि जीवन का एक तरीका बन जाए। बाबा जी हर्बल बीमारी को सही करने से अधिक महत्वपूर्ण ध्यान यह रखता है कि यह बीमारी किस प्रकार उत्पन्न हुई है और उसकी जड़ कहां है किस प्रकार उस जड़ को सुधारा जाए जिससे भविष्य में वह रोग कभी दूसरी बार ना पनपे। और रोगी उसे रोग से सदैव के लिए मुक्त हो सके। हमारा ध्य है कि भारत की सदियों पुरानी धनवंतरी ऋषि परंपरा को पूरे विश्व में फैलाएं और लोगों को आयुर्वेद के मार्ग से प्राकृतिक चिकित्सा के मार्ग से गो आधारित चिकित्सा के मार्ग से अग्निहोत्र चिकित्सा के मार्ग से पूरे विश्व में फैलाएं और मानव ही नहीं पूरी प्रकृति में फैले हुए सारे रोगो का नाश हो यही हमारा उद्देश्य है।